Neeraj Chopda
एक प्रसिद्ध भारतीय एथलीट हैं, जो भाला फेंक (Javelin Throw) में विशेषज्ञता रखते हैं। वे 1997 में हरियाणा के पानीपत जिले में जन्मे थे। निरज ने अपनी करियर की शुरुआत युवा एथलीट के तौर पर की थी और जल्दी ही वे भारतीय खेलों के सितारे बन गए।
निरज चोपड़ा ने 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीता, और इसके बाद उन्होंने 2018 में एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि 2021 टोक्यो ओलंपिक में मिली, जहां उन्होंने भारत के लिए भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। यह भारत के लिए ओलंपिक खेलों में पहला स्वर्ण पदक था जो ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में प्राप्त हुआ था।
निरज चोपड़ा का प्रारंभिक जीवन सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि में बीता। उनके परिवार में खेलों के प्रति गहरी रुचि थी, लेकिन निरज ने खुद को भाला फेंक में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर किया। प्रारंभ में, उन्होंने विभिन्न खेलों में भाग लिया, लेकिन भाला फेंक में उनकी प्रतिभा ने उन्हें अलग पहचान दिलाई।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से प्राप्त की और बाद में भिवानी के सरकारी स्कूल में दाखिला लिया। यहाँ पर उन्होंने खेलों के प्रति अपनी गंभीरता और समर्पण का परिचय दिया। निरज ने अपनी खेल यात्रा की शुरुआत 2007 में की, जब उन्होंने स्थानीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया।
Neeraj Chopda
ट्रेक और फील्ड अथलित प्रतिस्पर्धा मे भाला फेकने वाले खिलाड़ी है। नीरज ने 87.58 मीटर बहाल फेककर 2020 मे हुए टोकियो ओलंपिक मे स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है। यह कारनामा करके किसी भी विश्व चैम्पीयनशिप स्तर पर एथेलेटिक्स मे स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिन्द्रा के बाद वह दूसरे भारतीय है।
निरज चोपड़ा का खेल करियर तब शुरू हुआ जब उन्होंने 2012 में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने विभिन्न युवा प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपनी ताकतवर फेंक के कारण बहुत जल्द पहचान बनाई।
2016 में, निरज ने भारतीय खेलों के इतिहास में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों (SAF Games) में स्वर्ण पदक जीते। इसके साथ ही, वे लगातार अपनी तकनीक और प्रदर्शन को बेहतर करते गए।
2017 में, उन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीतकर अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। इसके बाद, 2018 में, उन्होंने एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीते। उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें वैश्विक मंच पर प्रमुखता दिलाई और भारत का नाम रोशन किया।
गोल्डन बॉय कहे जाने वाले नीरज ने 2023 विश्व एथलेटिक्स चैम्पीयनशिप मे भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीत था। नीरज चोपड़ा को मार्च 2022 मे पद्मश्री से सनमानित किया गया है। राष्ट्रपति भवन के एक विशेष कार्यक्रम मे राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द द्वारा नीरज चोपड़ा को सनमानित किया गया है।
निरज चोपड़ा को उनकी शानदार उपलब्धियों के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं। उन्हें 2021 में भारतीय सरकार द्वारा प्रतिष्ठित खेल सम्मान, ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कई राज्य सरकारों और अन्य संगठनों द्वारा भी प्रशंसा प्राप्त की।
भारत के गोल्डन बॉय कहे जाने वाले नीरज चोपड़ा ने 13 और 14 सितंबर को ब्रूसेल्स मे होने वाले डायमंड लीग के फाइनल मे अपनी जगह पक्की कर ली है। ज्यूरीस डायमंड लीग के बाद नीरज 14 अंकों के साथ 4 स्थान पर रहे है।
जापान के रोड्रिक जेनकी डी 12 अंक के साथ 6 स्थान पर है।
मोल्दोवा का नेतृत्व करने वाले एन्ड्रियन मोडेरे 13 अंक के साथ 5 वे स्थान पर है।
चेक रिपब्लिक के जैकब वेदलेज 16 अंकों के साथ 3 पायदान पर है।
जर्मनी का नेतृत्व करने वाले जूलियन वेबर 21 अंकों के साथ 2 स्थान पर है।
और 29 अंकों के साथ शीर्ष पर ग्रेनेडा के एंडेरसन पीटर्स है।
पेरिस ओलंपिक मे 92.97 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतने
वाले पाकिस्तान के अरशद नदीम केवल 5 अंकों के साथ बाहर हो गए है।
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